फेक टीआरपी के लिए रिपब्लिक टीवी ने नहीं बल्कि इंडिया टुडे ने फर्जीवाड़ा किया :
आपको बता दें कि बीते दिन दोपहर को मुंबई पुलिस कमिश्नर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं और बताते हैं कि कुछ मीडिया टीवी चैनल्स ने टीआरपी बटोरने के लिए फर्जीवाड़ा किया है. जिसमें मुंबई पुलिस कमिश्नर रिपब्लिक टीवी का भी नाम लेते हैं. जिसके बाद अर्णब गोस्वामी इन सभी आरोपों का खंडन करते हुए इस खबर को झूठ बताते हैं. लेकिन जैसे-जैसे बीते दिन की शाम ढलती है, वैसे ही यह खबर तूल पकड़ती जाती है. आपको बता दें कि अभी के ताजा खुलासे के अनुसार हंसा रिसर्च ग्रुप प्राइवेट लिमिटेड के डिप्टी जनरल मैनेजर नितिन दियोकर द्वारा फाइल की गई एफआईआर को रिपब्लिक टीवी ने एक्सेस किया है, जिसमें साफ तौर पर यह पता चलता है कि एफआईआर में रिपब्लिक टीवी का नाम नहीं बल्कि इंडिया टुडे का नाम है.
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हंसा रिसर्च प्राइवेट लिमिटेड के रिलेशनशिप मैनेजर विशाल भंडारी ने भी किया खुलासा
आपको बता दें कि रिपब्लिक टीवी के खबर के अनुसार मुंबई पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया जाने के बाद हंसा रिसर्च प्राइवेट लिमिटेड के रिलेशनशिप मैनेजर विशाल भंडारी ने खुलासा किया है कि, "इंडिया टुडे तथा अन्य चैनलों ने उन्हें उकसाया और उन पैनल हाउसों को पैसे की पेशकश करने को कहा था जहां उन्होंने बार-ओ-मीटर सेट किए हैं".
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इतना ही नहीं विशाल भंडारी ने खुलासा करते हुए यह भी बताया कि विनय नाम के एक शख्स ने बीते वर्ष 2019 में 5 घरों में जाकर हर दिन इंडिया टुडे के समाचार को 2 घंटे देखने को कहा था. आपको बता दें कि रिपब्लिक टीवी बीते रात से एफआईआर की कॉपी के साथ लगातार इस खबर को जनता के सामने पेश कर रही है. रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि विनय ने 5 घरों के लिए ₹5000 कमीशन भी बांटा था, यानी हर एक घर को ₹1000 दिए जाते थे. यह सब सिर्फ इसलिए किया जाता था ताकि नवंबर 2019 से मई 2020 तक इंडिया टुडे हर दिन के हिसाब से 2 घंटों के लिए देखा जाए.
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राहुल कंवल और राजदीप सरदेसाई और अन्य मीडिया ग्रुप ने इस झूठी खबर के मौके का पूरा फायदा उठाया :
मुंबई पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह के प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद सभी मीडिया चैनल्स झुंड बनाकर इस झूठी खबर को चलाने में लग गए और जब इस खबर की सच्चाई सबके सामने आई है तो, एक भी न्यूज़ चैनल इस झूठे खबर को सच्चाई के साथ नहीं दिखा रहा. वही रिपब्लिक टीवी ने भी प्रतिक्रिया देते हुए मुंबई पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह पर मानहानि का मामला दर्ज करने की बात कही है. इन सबके बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने भी ट्विटर पर इस झूठी खबर पर अपनी खुशी जाहिर करते हुए मुंबई पुलिस कमिश्नर के प्रेस कॉन्फ्रेंस का जिक्र किया और लिखा असत्यमेव जयते.
इस झूठी खबर के मौके का फायदा उठाते हुए अर्नब गोस्वामी के कट्टर विरोधी तथा इंडिया टुडे के सीनियर पत्रकार राहुल कंवल ने ट्वीट करते हुए अर्नब गोस्वामी पर निशाना साधा. साथ ही उन गरीब अनपढ़ लोगों के साथ अपनी संवेदनाएं जाहिर की जो इंग्लिश न्यूज़ चैनल को अपनी टीवी पर देखने के लिए पैसे लेते थे. राजदीप सरदेसाई ने भी बरी चलांकी के साथ इस झूठी खबर का ज़िक्र करते हुए रिपब्लिक टीवी का इस स्कैंडल में होने का जिक्र किया और ट्वीट करते हुए एक स्थानीय मराठी चैनल और एक मूवी चैनल के साथ रिपब्लिक टीवी का नाम जोड़ते हुए कहा कि मुंबई पुलिस ने फेक टीआरपी रैकेट का भंडाफोड़ किया है. लेकिन शायद राहुल कंवल को यह पता रहा होगा कि यह फर्जीवाड़ा रिपब्लिक टीवी नहीं बल्कि उनकी खुद की मीडिया ग्रुप इंडिया टुडे ऐसा करती है.
इंडिया टुडे के रिपोर्टर को अर्नब गोस्वामी ने एक छोटी सी मुस्कुराहट के साथ विक्ट्री साइन दिखाया :
आपको बता दें कि इस खबर के सामने आने के बाद इंडिया टुडे के रिपोर्टर मुस्तफा शेख गाड़ी ड्राइव कर रहे अर्नब गोस्वामी के पास सवाल जवाब करने के लिए पहुंचे. मगर सबसे दिलचस्प बात यह रही कि अर्णब गोस्वामी ने इंडिया टुडे के रिपोर्टर को कोई जवाब देने के बजाय दो उंगलियों से विक्ट्री साइन दिखाया.
जिसके बाद इंडिया टुडे का रिपोर्टर मुस्तफा शेख चिढ़ गया और बार बार अर्णब गोस्वामी से सवाल करने के लिए उनकी गाड़ी के पीछे-आगे करता रहा. लेकिन फिर भी अर्णब गोस्वामी ने वहां तमाम मीडिया कर्मी तथा इंडिया टुडे के रिपोर्टर को एक छोटी सी मुस्कुराहट के साथ विक्ट्री साइन दिखाते रहे. इस बेज्जती के बाद इंडिया टुडे ने दावा किया है कि उनके पत्रकार को अर्णब के बाउंसर ने उनसे अलग कर दिया था. मुस्तफा अरनव से बार-बार एक ही सवाल पूछ रहे थे अर्णब हम आपसे सवाल कर रहे हैं कि, यह आसान सवाल है, अगर आपने गलत नहीं किया, आप बेकसूर हैं तो आप हमारे साथ ऐसा क्यों बर्ताव कर रहे हैं, यदि आप कह रहे हैं कि यह आपकी जीत है तो सवालों का जवाब दीजिए अर्णब.
मुंबई पुलिस कमिश्नर के कांफ्रेंस के बाद अर्णब गोस्वामी ने एक वीडियो भी जारी किया :
आपको बता दें कि मुंबई पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह के प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद अर्णब गोस्वामी ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि मुंबई पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह ने रिपब्लिक टीवी पर झूठे आरोप लगाए हैं. क्योंकि हमने उनसे सुशांत सिंह राजपूत मामले की जांच से जुड़े कई सवाल किए थे. साथ ही साथ अर्णब ने मुंबई पुलिस कमिश्नर पर आपराधिक मानहानि का दावा करने की बात भी कही. अर्णब गोस्वामी ने वीडियो के माध्यम से यह भी बताया कि BARC ने ऐसी एक भी रिपोर्ट जारी नहीं की है जिसमें रिपब्लिक टीवी का नाम शामिल हो.
अर्नब गोस्वामी ने बताया कि मुंबई पुलिस कमिश्नर द्वारा यह सिर्फ और सिर्फ निराशा में उठाया गया एक कदम है. क्योंकि रिपब्लिक टीवी ने पालघर मुद्दे, सुशांत सिंह के मुद्दे या इस तरह के किसी भी अन्य मुद्दे पर रिपोर्ट तैयार की. अर्नब गोस्वामी ने इस तरह निशाना बनाने की बातों का जिक्र करते हुए कहा कि हमारा संकल्प इससे और मजबूत होता है और सच की जमीन ठोश होती है. अर्णब गोस्वामी ने परमवीर सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि तुम्हारी असलियत सामने आ गई है, क्योंकि BARC की रिपोर्ट में रिपब्लिक टीवी का नाम कहीं नहीं है. साथी साथ अर्नब ने मुंबई पुलिस कमिश्नर से आधिकारिक तौर पर माफीनामा लिखने की बात भी कही और अदालत में परमवीर सिंह को सामना करने के लिए तैयार रहने को भी कहा.
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